"पिता" उस कंसर्ट मास्टर की तरह जिसने सारा "शो" चलाया परंतु हमेशा पीठ दर्शकों की तरफ़ रही.कभी भी पिता के बारे में उतना नहीं लिखा गया जिसके वो हक़दार हैं. उन्ही को समर्पित एक कविता : ...
बधाई हो! मुझे कहना ना आया, " पापा आई लव यू "
पिता को समर्पित एक दिल छू लेने वाली कविता... प्रकाशित हो चुकी है।. अपने दोस्तों को इस खुशी में शामिल करे और उनकी राय जाने।
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