pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

मुआवजा

4.4
417

अगर कविता के बदले मुआवजे का चलन हो तो तो मुझे सोचना है कि ये क्या हो सकता है? संभव है मैं माँग बैठूँ मधुमक्खियों से कल ही बनाया गया ताजा शहद कि भिगो सकूँ कुछ शब्दों को इसमें, ताकि विदा कर सकूँ ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
अंजू शर्मा

[email protected] कुल आठ किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं। दो जल्दी ही आने वाली हैं। जिनमें दो कविता संग्रह, पाँच कहानी संग्रह, तीन उपन्यास हैं। बहुत सारे पुरस्कारों से सम्मानित, साहित्य के क्षेत्र में करीब पंद्रह वर्ष से खूब सक्रिय नाम।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    भावना शेखर
    26 अप्रैल 2021
    बहुत खूबसूरत रचना। मैं आपको केवल कहानीकार के रूप में जानती हूं। आपकी कवितायी से गुजरना सुखद अनुभव है। 🌹
  • author
    Sakshi Agarwal
    13 अक्टूबर 2020
    एक एक शब्द अर्थ से लबालब भरे हैं वाह बहुत अच्छे कवित्री हैं आप
  • author
    Sumedha Prakash
    03 अक्टूबर 2018
    बेहतरीन सोच
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    भावना शेखर
    26 अप्रैल 2021
    बहुत खूबसूरत रचना। मैं आपको केवल कहानीकार के रूप में जानती हूं। आपकी कवितायी से गुजरना सुखद अनुभव है। 🌹
  • author
    Sakshi Agarwal
    13 अक्टूबर 2020
    एक एक शब्द अर्थ से लबालब भरे हैं वाह बहुत अच्छे कवित्री हैं आप
  • author
    Sumedha Prakash
    03 अक्टूबर 2018
    बेहतरीन सोच