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मृत्युंजय कर्ण

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फसकर नियती चक्र मे, वीर जो अधर्मी कहलाया था. चलकर भी अधर्म की राह पर, सत्य का साथ निभाया था. साक्षात मृत्य थी सामने, फिर भी वह मुस्कुराया था. घेरा था इंद्र के षडयंत्र ने, श्रापो का असर दिखाया था. ...

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Hemant Mali
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    pawan barwal
    21 ഒക്റ്റോബര്‍ 2022
    एक नंबर भाऊ
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