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मोहल्ला इश्क

3.6
12599

शिवम... शिवम कब से आवाज दे रही तुमको एक तो पता नही कान में इयरफोन लगा के दिन भर फोन में क्या करते रहते कुछ नही माँ नेहा कक्कड़ का गाना सुन रहा बोलो क्या हुआ , एक तुम और तुम्हारी कक्कड़ अच्छा जाओ दुकान ...

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लेखक के बारे में

खुद को तलाशने के सफर में हूं, कलम को ताकत बनाने के कोशिश में हूं

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Veer Chauhan
    09 জুন 2018
    बकवास कहानी की पराकाष्ठा थी ये
  • author
    Sujit Singh
    09 জুন 2018
    हिन्दी लेखनी में व्याकरण और विराम चिन्हों का उपयोग सटीक नही है जिस कारण से शब्दों का वो गहरा असर नहीं महसूस हो रहा है। कृपया इसमें सुधार करें। धन्यवाद
  • author
    Avantika Bajpai "अवनी"
    09 জুন 2018
    निः शब्द कुछ नहीं कह सकते
  • author
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  • author
    Veer Chauhan
    09 জুন 2018
    बकवास कहानी की पराकाष्ठा थी ये
  • author
    Sujit Singh
    09 জুন 2018
    हिन्दी लेखनी में व्याकरण और विराम चिन्हों का उपयोग सटीक नही है जिस कारण से शब्दों का वो गहरा असर नहीं महसूस हो रहा है। कृपया इसमें सुधार करें। धन्यवाद
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    Avantika Bajpai "अवनी"
    09 জুন 2018
    निः शब्द कुछ नहीं कह सकते