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मिट्टी के खिलौने

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मिट्टी के खिलौने समझ बैठा इंसान ,इंसान को, पल में तोड़ देता क्यों दुख नहीं आता नादान को, *****🌻🌻🌻🌻 बच्चों का खिलौने तोड़ना समझ आता, पर क्यों तोड़े इंसान ,इंसान को,ये समझ नहीं आता, ******🌻🌻🌻🌻 ...

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लेखक के बारे में
author
Sunita ًRajput ً

मेरी रचनाओं में मैं खुद के अहसास लिखती हूं।ओर लिपि पर लिखना केवल मेरा शौक है। यूं भी बोल सकते हैं की मेरे अल्फाजों को ,दिल की बातों को लिखने का मंच मुझे मिला है। मेरी रचनाएँ कोई पढ़ता है तो ठीक नहीं तो भी। 🥰😍😘❣️इस तरह की इमोजी कोई भी ना डाले मेरी समीक्षा में।ओर भाई बहनों का मोस्ट वेलकम है।बाकी दोस्ती करने की मंशा से कोई भी बेशक फॉलो ना करे। मेरी लाइफ में दोस्त,भी राधे कृष्णा हैं और रिश्ते भी । रचना पढ़ने आएं हैं तो रचना पढ़ें ,पोस्ट पर कमेंट्स करने आए है तो जय श्री राधे कृष्णा करें। इसके अलावा फालतू की इमोजी और कमेंट्स के लिए जगह नहीं।मुझे यहां फॉलोवर नहीं बढ़ाने और नहीं कोई किसी से प्रतिस्पर्धा करनी है। बस लिखने का शौक है लिख लेती हूं।मुझे रेस नही लगानी है ।मुझे बस अपने एहसासों को अपनी कविता में पिरोना है☺️ Bt no message in my inbox,repeat again 🙏🙏

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Sunita Jha
    23 ஏப்ரல் 2022
    बहुत ही अच्छा लिखा है आपने।
  • author
    🙏🙏 🙏🙏
    23 ஏப்ரல் 2022
    adbhut... zabardast 👌👌👌👌
  • author
    Surender Singh
    23 ஏப்ரல் 2022
    👏👏👏👏
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  • author
    Sunita Jha
    23 ஏப்ரல் 2022
    बहुत ही अच्छा लिखा है आपने।
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    🙏🙏 🙏🙏
    23 ஏப்ரல் 2022
    adbhut... zabardast 👌👌👌👌
  • author
    Surender Singh
    23 ஏப்ரல் 2022
    👏👏👏👏