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मिट ना सके वो फंसाने

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सुबह के सात बज गए थे श्यामली जल्दी-जल्दी आॅफिस जाने को तैयार हो रही थी उसने अपनी बेटी को राशि को जल्दी-जल्दी स्कूल के लिए तैयार किया और किचन में ब्रेक फास्ट बनाने चली गई और अंदर से बेटी को आवाज ...

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लेखक के बारे में

I'm human being which wants live for humanity and wants become a magestic soul of God.

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Sanju Mishra
    06 मई 2020
    सुन्दर अभिव्यक्ति!मेरी भी रचनाओं पर गौर फर्माईगा ।
  • author
    Sandhya Bhadoria
    07 मई 2020
    बहुत सुदंर सकारात्मक रचना 🙏🙏🙏
  • author
    PINKI SINGH
    29 नवम्बर 2021
    very emotional story
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Sanju Mishra
    06 मई 2020
    सुन्दर अभिव्यक्ति!मेरी भी रचनाओं पर गौर फर्माईगा ।
  • author
    Sandhya Bhadoria
    07 मई 2020
    बहुत सुदंर सकारात्मक रचना 🙏🙏🙏
  • author
    PINKI SINGH
    29 नवम्बर 2021
    very emotional story