pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

मेरी सुहागरात

4.5
7996

वो मेरी सुहागरात थी और दुल्हन बनी बैठी थीं तुम डरते-डरते मैं फ़ूलों की सेज में आया ही था कि देखा घूँघटा डाले घबराई सी सकुचाई सी बैठी थीं तुम डर-डर के हाथों को बढ़ाया घूँघटा तुम्हारा ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Yakoob Khan

💕 दिल की कलम से...🖋️

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Saroj Rajender Pal
    17 মার্চ 2023
    waah bahut khoob bahut hi sundar kavita hai 👌👌❤️❤️
  • author
    Salman Khan "❤️Arsh❤️"
    16 অগাস্ট 2023
    बहुत ही शानदार प्रदर्शन किया है।
  • author
    Sakshi Jangid
    24 ডিসেম্বর 2023
    🌒🌓🌔🌕🌖🌗🌘 🌙❤❤🌙❤❤🌙 ❤💓💓❤💓💓❤ ❤💓💓💓💓💓❤ 🌙❤💓💓💓❤🌙 🌙🌙❤💓❤🌙🌙 🌙🌙🌙❤🌙🌙🌙 🌒🌓🌔🌕🌖🌗🌘 🌒🌓🌔🌕🌖🌗🌘 🌙❤❤🌙❤❤🌙 ❤💓💓❤💓💓❤ ❤💓💓💓💓💓❤ 🌙❤💓💓💓❤🌙 🌙🌙❤💓❤🌙🌙 🌙🌙🌙❤🌙🌙🌙 🌒🌓🌔🌕🌖🌗🌘
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Saroj Rajender Pal
    17 মার্চ 2023
    waah bahut khoob bahut hi sundar kavita hai 👌👌❤️❤️
  • author
    Salman Khan "❤️Arsh❤️"
    16 অগাস্ট 2023
    बहुत ही शानदार प्रदर्शन किया है।
  • author
    Sakshi Jangid
    24 ডিসেম্বর 2023
    🌒🌓🌔🌕🌖🌗🌘 🌙❤❤🌙❤❤🌙 ❤💓💓❤💓💓❤ ❤💓💓💓💓💓❤ 🌙❤💓💓💓❤🌙 🌙🌙❤💓❤🌙🌙 🌙🌙🌙❤🌙🌙🌙 🌒🌓🌔🌕🌖🌗🌘 🌒🌓🌔🌕🌖🌗🌘 🌙❤❤🌙❤❤🌙 ❤💓💓❤💓💓❤ ❤💓💓💓💓💓❤ 🌙❤💓💓💓❤🌙 🌙🌙❤💓❤🌙🌙 🌙🌙🌙❤🌙🌙🌙 🌒🌓🌔🌕🌖🌗🌘