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-×-×- निश्छल प्रेम -×-×

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-×××-- निश्छल प्रेम -×××- जो जिंदगी भर 'याद' रहें, वो 'याद' कहाँ? भूलकर भी 'भूलने' की मात हो,वो बात वहाँ, गुदगुदाते साथ से बातें  या दिल के गहरे जज़बात से आगे, एक कुबुल  हुई दुआ या फूल पर औस का ...

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लेखक के बारे में
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lekhni nagar
समीक्षा
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  • author
    Harit
    29 ಮೇ 2020
    प्रेम के सौंदर्य और वास्तविकताओं का कहन..
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    Harit
    29 ಮೇ 2020
    प्रेम के सौंदर्य और वास्तविकताओं का कहन..