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मेरी माँ (निबंध)

4.3
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माँ | माँ के बारे में लिखना मेरे लिए हमेशा कठिन रहा है | परसों ही मित्र अवनीश सिंह चौहान का फोन आया | कुछ लिखें | मैंने हामीं भर दी मगर क्या लिखूंगा यह सोचा नहीं | सोचना भी क्या? मैंने हमेशा ज़िंदगी ...

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लेखक के बारे में

पंकज त्रिवेदी जन्म- 11 मार्च अभ्यास :- बी.ए. (हिन्दी साहित्य), बी.एड., जर्नलिज्म एंड मॉस कम्यूनिकेशन (हिन्दी), माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय – भोपाल अखबार स्तम्भ : अखंड राष्ट्र (लखनऊ और मुम्बई) साहित्य क्षेत्र- संपादक : विश्वगाथा (हिन्दी साहित्य की अंतर्राष्ट्रीय त्रैमासिक मुद्रित पत्रिका) छह वर्षों से लेखन- कविता, कहानी, लघुकथा, निबंध, रेखाचित्र, उपन्यास । पत्रकारिता- राजस्थान पत्रिका । अभिरुचि- पठन, फोटोग्राफी, प्रवास, साहित्यिक-शिक्षा और सामाजिक कार्य । प्रकाशित पुस्तकों की सूचि - 1982- संप्राप्तकथा (लघुकथा-संपादन)-गुजराती 1996- भीष्म साहनी की श्रेष्ठ कहानियाँ- का- हिंदी से गुजराती अनुवाद 1998- अगनपथ (लघुउपन्यास)-हिंदी 1998- आगिया (जुगनू) (रेखाचित्र संग्रह)-गुजराती 2002- दस्तख़त (सूक्तियाँ)-गुजराती 2004- माछलीघरमां मानवी (कहानी संग्रह)-गुजराती 2005- झाकळना बूँद (ओस के बूँद) (लघुकथा संपादन)-गुजराती 2007- अगनपथ (हिंदी लघुउपन्यास) हिंदी से गुजराती अनुवाद 2007- सामीप्य (स्वातंत्र्य सेना के लिए आज़ादी की लड़ाई में सूचना देनेवाली उषा मेहता, अमेरिकन साहित्यकार नोर्मन मेईलर और हिन्दी साहित्यकार भीष्म साहनी की मुलाक़ातों पर आधारित संग्रह) तथा मर्मवेध (निबंध संग्रह) - आदि रचनाएँ गुजराती में। 2008- मर्मवेध (निबंध संग्रह)-गुजराती 2010- झरोखा (निबंध संग्रह)-हिन्दी 2012- घूघू, बुलबुल और हम (હોલો, બુલબુલ અને આપણે) (निबंध संग्रह)-गुजराती 2013- मत्स्यकन्या और मैं (हिन्दी कहानी संग्रह) 2014- हाँ ! तुम जरूर आओगी (कविता संग्रह) 2017 मन कितना वीतरागी (चिन्तनात्मक निबंध संग्रह) प्रसारण- आकाशावाणी में 1982 से निरंतर गुजराती-हिन्दी में प्रसारण । दस्तावेजी फिल्म : 1994 गुजराती के जानेमाने कविश्री मीनपियासी के जीवन-कवन पर फ़िल्माई गई दस्तावेज़ी फ़िल्म का लेखन। निर्माण- दूरदर्शन केंद्र- राजकोट प्रसारण- राजकोट, अहमदाबाद और दिल्ली दूरदर्शन से कई बार प्रसारण। स्तम्भ - लेखन- टाइम्स ऑफ इंडिया, जयहिंद, जनसत्ता, गुजरात टुडे, गुजरातमित्र, फूलछाब, गुजरातमित्र विश्वगाथा (प्रकाशन संस्थान) : गुजराती-हिन्दी पुस्तक प्रकाशन में 35 से ज्यादा किताबें प्रकाशित सम्मान – (१) हिन्दी निबंध संग्रह – ‘झरोखा’ को हिन्दी साहित्य अकादमी (गुजरात) के द्वारा 2010 का पुरस्कार (२) सहस्राब्दी विश्व हिंदी सम्मेलन में तत्कालीन विज्ञान-टेक्नोलॉजी मंत्री श्री बच्ची सिंह राऊत के द्वारा सम्मान। (३) त्रिसुगंधि साहित्य कला एवं संस्कृति संस्थान (पाली) राजस्थान के द्वारा 'साहित्य रत्न सम्मान' –2015 (४) कवि कुलगुरु रवीन्द्रनाथ ठाकुर सम्मान-2016, भारतीय वांग्मय पीठ, कोलकाता (५) “साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान-२०१७” शब्द प्रवाह साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं सामजिक मंच, उज्जैन (६) ‘साहित्य चेतना सम्मान’, अभिमंच संस्था, नई दिल्ली – २०१८ (७) ‘मन कितना वीतरागी’ निबंध संग्रह को ‘अखिल भारतीय अम्बिका प्रसाद दिव्य स्मृति प्रतिष्ठा पुरस्कार’ 2019 संपर्क- पंकज त्रिवेदी "ॐ", गोकुलपार्क सोसायटी, 80 फ़ीट रोड, सुरेन्द्र नगर, गुजरात - 363002 मोबाईल : 096625-14007 [email protected]

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Renu
    17 जून 2018
    आदरणीय पंकज जी -- माँ के प्रति आपके हृदयस्पर्शी भाव पढ़कर मन भावुक हो गया | इतनी ईमानदारी से और कोई कहाँ लिख पाता है ? सादर आभार और नमन |
  • author
    Amit Rana
    13 जून 2018
    बहुत ही दुखद भरी जिन्दगी हुआ करती थी। आपने बहुत सुन्दर लिखा है।
  • author
    Sunanda Kathane
    04 अगस्त 2020
    यादे जीवन की
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  • author
    Renu
    17 जून 2018
    आदरणीय पंकज जी -- माँ के प्रति आपके हृदयस्पर्शी भाव पढ़कर मन भावुक हो गया | इतनी ईमानदारी से और कोई कहाँ लिख पाता है ? सादर आभार और नमन |
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    Amit Rana
    13 जून 2018
    बहुत ही दुखद भरी जिन्दगी हुआ करती थी। आपने बहुत सुन्दर लिखा है।
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    Sunanda Kathane
    04 अगस्त 2020
    यादे जीवन की