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मेरी कोशिश

3.9
502

मेरी कोशिश हर चेहरे को पहले सा मुस्काता देखूँ। यह कोई अध्याय नहीं है केवल आमुख है अप्रस्तुत रह जाने का भी अपना सुख है मैं किरणों से धूप बाँधकर सूरज नया बनाता देखूँ। घेरे हुए खड़े मिथकों का आक्रामक ...

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लेखक के बारे में
समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    02 जून 2020
    उनका सरल शब्दों का सार्थक चयन ,बहुत बढ़िया
  • author
    Nalini Singh
    24 जुलाई 2023
    बहुत सुंदर सृजन 👌👌👌👌👌👌
  • author
    renu kapoor very innovative
    05 अगस्त 2022
    bhaaut sunder
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    02 जून 2020
    उनका सरल शब्दों का सार्थक चयन ,बहुत बढ़िया
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    Nalini Singh
    24 जुलाई 2023
    बहुत सुंदर सृजन 👌👌👌👌👌👌
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    renu kapoor very innovative
    05 अगस्त 2022
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