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मेरी कहानी

3.8
2062

अकेले पन से ऊब कर मैंने ओं न लाइन मित्रता करने का विचार किया।पर ये बूढी घोड़ी ओ फेस बुक की लाल लगाम।कुछ जमे नहीं।मैंने भी अड़ियल घडी की तरह जमे रहने का इरादा कर लिया था। तो जनाब दोस्ती हमने भी ...

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लेखक के बारे में
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नीलम साहू
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Rachna Waswani
    13 जून 2017
    I love this story 😊😊😊😊😊
  • author
    Kanak Prabha
    24 मई 2017
    aisa hi hota hai.
  • author
    निम्मी सिंह
    03 जून 2017
    अंधे प्यार की
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    Rachna Waswani
    13 जून 2017
    I love this story 😊😊😊😊😊
  • author
    Kanak Prabha
    24 मई 2017
    aisa hi hota hai.
  • author
    निम्मी सिंह
    03 जून 2017
    अंधे प्यार की