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मेरी होली तेरे बिना बेरंग है

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माना आज हर जगह रंग ही रंग है मेरी होली तेरे बिना बेरंग है कही उड़ेगा गुलाल तो कही पानी बरसेगा  पर आज भी मेरा दिल तेरी याद में तरसेगा  जानती हु तू आ नहीं सकता कियुँकि  बोहोत सी मजबूरियां तेरे संग है  ...

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लेखक के बारे में
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Meenakshi D Verma

jivan ka har safr hai tujh se hai har safar ki manjil bus tu

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Asha garg
    30 मार्च 2021
    बहुत ही सुंदर बेह्तरीन लाजवाब प्रस्तुति
  • author
    Ramandeep Kaur
    29 मार्च 2021
    बहुत ही सुन्दर लिखा है आपने 🙏🙏🙏
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  • author
    Asha garg
    30 मार्च 2021
    बहुत ही सुंदर बेह्तरीन लाजवाब प्रस्तुति
  • author
    Ramandeep Kaur
    29 मार्च 2021
    बहुत ही सुन्दर लिखा है आपने 🙏🙏🙏