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मेरी गली से निकलती हो

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---------------------❣️❣️✍️✍️ सज़ धज के तुम यूँ मेरी गली से क्यों निकलती हो बलखाती है पतली कमर तुम क्यों नहीं संभलती हो तुम्हारा दीदार होने के बाद पूरा दिन बेखबर रहता हूँ मेरी निगाहों मे इश्क़ है ...

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लेखक के बारे में

कहते है लोग खुशियों के लिए पूरी ज़िंदगी है कुछ यादें और हम यूं तन्हां अधूरी ज़िंदगी है !!✨✍️ _____________________________________________ समंदर की उठती लहरें मौजों की रवानी हो गई तन्हां तन्हां सी ज़िंदगी मेरी दर्द भरी कहानी हो गई !!✨✍️ _____________________________________________ ________________________________________________ हर घड़ी बस तुम मेरी गज़ल में समाहित हो मेरी रुह में लहू बनकर तुम इस क़दर प्रवाहित हो !!✨✍️🩸 कृपया आप से निवेदन है की मेरी कविताओं एवं ग़जल का कॉपीराइट अधिकार के तहत सर्वाधिकार सुरक्षित है !! अत : किसी भी प्रकार का छेड़ छाड़ न करें _ धन्यवाद !!🙏 ____________________________________________________ Birthday wish 👽 16 October

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Anil Sahni "तन्मय"
    05 अप्रैल 2021
    कोई नहीं रवैया बदलता है बेहतरीनप्रस्तुति
  • author
    Goyal Only ur "RAH"
    04 अप्रैल 2021
    mohabbat hi mohabbat hoti h apki rachna me
  • author
    Priyadarshini Arya
    04 अप्रैल 2021
    wah... !! bhut hi khubsurt ✍️✍️👌👌💐💐
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  • author
    Anil Sahni "तन्मय"
    05 अप्रैल 2021
    कोई नहीं रवैया बदलता है बेहतरीनप्रस्तुति
  • author
    Goyal Only ur "RAH"
    04 अप्रैल 2021
    mohabbat hi mohabbat hoti h apki rachna me
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    Priyadarshini Arya
    04 अप्रैल 2021
    wah... !! bhut hi khubsurt ✍️✍️👌👌💐💐