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मेरी दादी - मेरी अम्मा

4.0
1212

माता तो कुमाता हो सकती है, लेकिन दादी कभी कुदादी नहीं हो सकती। यह बात मैंने 12-13 वर्ष की उम्र हो जाने के बाद सुनी थी कि जब मैं 2 महीने की थी, तब मेरी माँ बीमार हो गई और मेरे नाना उन्हें इलाज के लिए ...

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लेखक के बारे में
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मणिका मोहिनी

एम्.ए.- दिल्ली विश्वविद्यालय रचनाएं – प्रेम प्रहार – काव्य संकलन मेरा मरना – काव्य संकलन कटघरे में – काव्य संकलन ख़त्म होने के बाद – कहानी संग्रह अभी तलाश जारी है – कहानी संग्रह अपना –अपना सच – कहानी संग्रह अन्वेषी – कहानी संग्रह स्वप्न दंश – कहानी संग्रह ये कहानियां – कहानी संग्रह ढाई आखर प्रेम का – कहानी संग्रह जग का मुजरा – कहानी संग्रह पारो ने कहा था – उपन्यास प्रसंगवश – लेख संग्रह अगेय;एक मूल्याङ्कन – सम्पादन उसका बचपन – नाट्य रूपान्तरण तेरह कहानियां – सम्पादन 5 अन्य पुस्तकें प्रकाशनाधीन

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Nikita Karayat
    04 नवम्बर 2017
    hoti hai dadi v kudadi
  • author
    Kuldeep Singh "KIPPY"
    21 जून 2020
    osm
  • author
    Srabani Acharya
    04 जनवरी 2024
    dadi aur maa dono achi hi hoti hain. ek naari kabhi galat nehi ho sakti..galat sirf uske halaat aur majburiyaan hoti hai.
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    Nikita Karayat
    04 नवम्बर 2017
    hoti hai dadi v kudadi
  • author
    Kuldeep Singh "KIPPY"
    21 जून 2020
    osm
  • author
    Srabani Acharya
    04 जनवरी 2024
    dadi aur maa dono achi hi hoti hain. ek naari kabhi galat nehi ho sakti..galat sirf uske halaat aur majburiyaan hoti hai.