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मेरे घर का रास्ता

4.5
19855

‘एक बात बतायेंगे आप?’ ‘क्या?’ ‘आप पुनर्जन्म पर विश्वास करते हैं?’ ‘कभी नहीं।’ दिनकर दृढ़ता से बोला। ‘मैं तो करती हूँ और मेरे पास प्रभाण भी है।’ ‘कैसे?’ ‘आपकी पहली पत्नी सीता फिर से जीवित हो गई ...

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लेखक के बारे में
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शरोवन

प्रतिलिपि में प्रकाशित मेरी कहानियों के सात संकलन, अर्थात सात पुस्तकें एक साथ प्रकाशित हुई हैं। इन पुस्तकों के नाम हैं; 1. माटी मेरे आंगन की 2. रोमिका 3. मेरे पथ का राही 4. अमावस्या 5. लहरें बुलाती हैं 6.मांझी नैया ढूंढे किनारा 7. शूशनगढ़ की सुंदरी मिलने का पता है; MSS 70 Janpath, New Delhi- 110001 Emai: [email protected] Phn. 91 11 2332 0253 Website. Www.masihisahitysanstha.com name: Sharovan Full name: Sharovan Kumar Singh Education: M.A. ( Hindi, Sociology), Bsc. zoology, Botany, Chemistry, Clinical: Medical technologist (USA) Writings: Novels, stories, poems Footnote: two times winner of Hindi stories competition of Delhi Press famous magazine ' Sarita'; first and second prize. Residency: Georgia, USA. Facebook: Novelist Sharovan website: Yeshukepaas.org email: [email protected] Resident of: 2379 Cochise Dr., Acworth, Ga 30102, USA. contact: 7707267286, 4042138257 शरोवन- जन्म स्थान- सहारनपुर, सेमनरी, उत्तर-प्रदेश, भारत, शिक्षा- बी. एस. सी. जीवविज्ञान व रसायनशास्त्र स्नातकोत्तर- हिन्दी व समाजशास्त्र रसायनशाला- सी. एल. टी. (एन. सी. ए.), यू. एस. ए., एम. टी. (ए. एम. टी.), यू. एस. ए. सी. एल. एस. सी., रसायनशास्त्र (एन. सी. ए., यू. एस. ए. लेखन- उपन्यास, कहानी एंव लेख संपादन- यीशु के पास, इनकारपोरेटिड, हिन्दी मसीह पत्र प्रकाशन, अमेरिका के अन्तर्गत चेतना हिन्दी मसीही पत्रिका का संपादन व प्रकाशन प्रकाशन- उपन्यास- बिखरे फूल, तुम दूर चले जाना, नैया, चरवाहा, भारत की रचना, जिल्पा, -कहानी संग्रह, तथा सरिता, मुक्ता, बाल भारती, भू-भारती, युवक, एंव चेतना में कहानियां व लेख प्रकाशितं। सम्प्रति- क्लीनीकल लेबोरेटोरी, यू. एस. ए. में मेडिकल टैक्नोलेजिस्ट व क्लीनीकल लेबोरेटोरी सांइटिस्ट रसायनशास्त्र के रूप में कार्यरत्। प्रकाशित रचनायें- प्रेम करता है वह - गवाहियों का संकलन जिल्पा -कहानी संग्रह तुम दूर चले जाना -उपन्यास नैया -उपन्यास चरवाहा -उपन्यास भारत की रचना -उपन्यास कलवरी के आंसू -उत्तरी भारत की सी. एन. आई. में व्याप्त भ्रष्टाचार पर आधारित एक मार्मिक उपन्यास यीशु नासरी - एक एतिहासिक व बिबलीकल सत्य फिर वहीं - कहानी संग्रह Tears of Calvary_ Novel english edition.

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ramesh Shukla
    13 സെപ്റ്റംബര്‍ 2019
    किसी लड़खड़ाते को थाम लेना अपने जीवन को धन्य से भी ऊपर ले जाना होता है। यदि ऐसा मात्र विचार भी कोई करता है तो वो मन भी बहुत निर्मल होता है। ऐसे प्रेरक प्रसंग पर कहानी लिख कर आप ने सुंदर संदेश दिया है।बधाई स्वीकार करें💐👌👌👌👏👏👏
  • author
    Santosh Bastiya
    28 സെപ്റ്റംബര്‍ 2018
    शब्द नही है तारीफ के, बहुत बढ़िया। शरोवन जी कृपया मेरी रचना 'अंधेरो के साये' जरूर पढ़ें ।
  • author
    Rajendra Yadav
    27 ജൂണ്‍ 2019
    अच्छा है पुनर्जन्म पर ढेरों कहानी और फिल्म है लेकिन मैं भी द्वंद में फंसा हुआ हूँ।
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    Ramesh Shukla
    13 സെപ്റ്റംബര്‍ 2019
    किसी लड़खड़ाते को थाम लेना अपने जीवन को धन्य से भी ऊपर ले जाना होता है। यदि ऐसा मात्र विचार भी कोई करता है तो वो मन भी बहुत निर्मल होता है। ऐसे प्रेरक प्रसंग पर कहानी लिख कर आप ने सुंदर संदेश दिया है।बधाई स्वीकार करें💐👌👌👌👏👏👏
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    Santosh Bastiya
    28 സെപ്റ്റംബര്‍ 2018
    शब्द नही है तारीफ के, बहुत बढ़िया। शरोवन जी कृपया मेरी रचना 'अंधेरो के साये' जरूर पढ़ें ।
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    Rajendra Yadav
    27 ജൂണ്‍ 2019
    अच्छा है पुनर्जन्म पर ढेरों कहानी और फिल्म है लेकिन मैं भी द्वंद में फंसा हुआ हूँ।