वो गुलाबी जाड़ा पसरा हुआ धूप मेरी छत पर खिली धूप में नहाई मैं ठिठकी थी पहली बार जब नजरें मिली थी तुमसे पहली बार तुम्हारी सफेद कमीज चांदनी रात में चांद की तरह खिला हुआ मेरी नजरों में समा गया--- इन ...
वो गुलाबी जाड़ा पसरा हुआ धूप मेरी छत पर खिली धूप में नहाई मैं ठिठकी थी पहली बार जब नजरें मिली थी तुमसे पहली बार तुम्हारी सफेद कमीज चांदनी रात में चांद की तरह खिला हुआ मेरी नजरों में समा गया--- इन ...