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मेरा जिगरी दोस्त

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उदास सा प्रश्नों से घिरा मन कहता है, उठो चाँद से बात करो. चाँद की केसरिया चाँदनी में, तुम बहुत याद आते, सताते हो. चाँद सितारों में, रात रात को जाग कर तुम्हें ढूँढती रहती हूँ. बिखरती चाँदनी में, चाँद ...