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मेहनत से मंजिल

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तू मेहनत कर चाहे तेरे हाथों में छाले पड़ जाये, धूप में भी काम कर,चाहे गाल काले पड़ जाये। तू हीरा हैं, तो एक दिन जरूर जरूर चमकेगा, खुदको घिसता रह एक दिन लाखों में बिकेगा। मेहनत  कर  कि ताने  देने  ...

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लेखक के बारे में

मैं कवि नहीं हूँ लोको पायलट हूँ , ट्रेन चलाता हूँ , लिखना मेरा शौक हैं इसलिए लिखता हूँ। मेरी बेहतरीन रचनाओं में से कुछ विशेष अच्छी हैं प्यार का ब्याज, पुनर्विवाह, बिखरते रिश्ते, दो प्रेमियों के प्यार की दास्तां, सुन बेटी ताकतवर बनना, शहीद की पत्नी, वीरांगना तुम धन्य हो, संभल जा दुश्मन पाक चाइना, और म्हारा बालमाकृपया इनको जरूर पढ़ें 🙏

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Dinesh uniyal
    09 अप्रैल 2025
    अचछी प्रेरणा दायक सुंदर रचना👏👏 💐👌👌🙏
  • author
    Neelam Tiwari
    09 अप्रैल 2025
    bahut sundar 👌👌👌👌👌👌
  • author
    महारानी
    09 अप्रैल 2025
    बेहद प्रेरक काव्य रचना
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  • author
    Dinesh uniyal
    09 अप्रैल 2025
    अचछी प्रेरणा दायक सुंदर रचना👏👏 💐👌👌🙏
  • author
    Neelam Tiwari
    09 अप्रैल 2025
    bahut sundar 👌👌👌👌👌👌
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    महारानी
    09 अप्रैल 2025
    बेहद प्रेरक काव्य रचना