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**मायूस शायरी**

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तुमसे हिज्र की सूरत में मर जाते हैं हर रात  को  रोते रोते  घर  जाते हैं हुश्न पे फिदा होने की फितरत तो है सिर्फ तुम को पाने की हसरत तो है सदा तेरे दर से खाली हांथ उठता हूं हमारी कोशिशें मगर अबभी ...

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लेखक के बारे में
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रोहित मिश्र

संतुलित जीवन ही सुखी जीवन का आधार जिसमें डाल प्रेम सेवा विनम्रता की अग्यार। जियें तो सिर्फ अनासक्त अपेक्षा रहित जीवन ताकि हर तरफ से आती रहे समता की बयार।।

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Manju Ashok Rajabhoj
    19 जून 2023
    बहुत ही भावपूर्ण, बहुत ही उम्दा प्रस्तुति दी है आपने 👌👌😊
  • author
    19 जून 2023
    वाह वाह लाजवाब लिखा ✍️✍️ छा गय मित्र वाह ✍️🪷🪷🪷🪷🪷
  • author
    Jaya Nagar
    19 जून 2023
    अद्भुत प्रस्तुत प्रस्तुति👍👍👍👍👍👍👍
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    Manju Ashok Rajabhoj
    19 जून 2023
    बहुत ही भावपूर्ण, बहुत ही उम्दा प्रस्तुति दी है आपने 👌👌😊
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    19 जून 2023
    वाह वाह लाजवाब लिखा ✍️✍️ छा गय मित्र वाह ✍️🪷🪷🪷🪷🪷
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    Jaya Nagar
    19 जून 2023
    अद्भुत प्रस्तुत प्रस्तुति👍👍👍👍👍👍👍