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मतलबी जीवन

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किसी ऐसे रास्ते पर जहा से वापस आने का मतलब नहीं किसी ऐसी मंजिल की तलाश पर ,जिसकी मुझे तलब नहीं; फिर भी चल रही हूं किसी ओर के लिए में बेमन से। रास्ता ये मुश्किल है, और दिल में डर का भाव भी, सुकून कहीं ...

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लेखक के बारे में
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Aatmja

निगाहों को अपनी मंजिल पर टिकाकर निकले है खुद में जोश जगाकर; की देखना जीत लेंगे ये आसमा, अब उड़ना है हमें पंख फैलाकर । आप हमारी id देख रहे हैं? तो follow तभी कीजिए जब आप हमारी कोई रचना पढ़े।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    के. अद्वितीया
    12 मई 2023
    kaafi motivating laga. girungi, samabhulingi fir bhi chalungi.. aise hi likhte rahiye 👍🏻
  • author
    Dev ઠક્કર.
    02 जुलाई 2023
    🙏🙏🙏
  • author
    S Audichya
    14 अप्रैल 2023
    बिना मंजिल के सफ़र का मजा कुछ अलग ही है।
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    के. अद्वितीया
    12 मई 2023
    kaafi motivating laga. girungi, samabhulingi fir bhi chalungi.. aise hi likhte rahiye 👍🏻
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    Dev ઠક્કર.
    02 जुलाई 2023
    🙏🙏🙏
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    S Audichya
    14 अप्रैल 2023
    बिना मंजिल के सफ़र का मजा कुछ अलग ही है।