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मस्तानी शाम

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ये शाम मस्तानी मदहोश किए जाए, कैसे कहूँ तेरी याद बहुत आए. तुझे भूल पाना मुमकिन ही नहीं, तू आए तो इस दिल❣️ को चैन आए.. सब्र बहुत है हम में, तू पूछे तो तुझे बताएं.. दिल धड़का जोर से आज फिर, ...

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लेखक के बारे में
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🦋Kavya Sharma🦋

Birthday - 27/04 ❣️हर हर महादेव❣️ मेरे महादेव मेरे साथ हैं हमेशा अब कोई साथ हो ना हो कोई फर्क़ नहीं पड़ता 😊 "उम्मीदें सिर्फ दर्द देती हैं 😊 इसलिए मैं उम्मीदें नहीं रखती अब "

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ek Raahgir ...✍️
    29 जुलाई 2024
    Wah bahut sunder panktiyan 👌👌👌👍🥀🌼🥀🌻🥀🌼🥀🌻🥀🌼🥀🌻🥀🌼🥀🌻🥀🌼🥀🌻🥀🌼🥀🌻🥀
  • author
    🦋𝕬𝖓𝖆𝖒𝖎𝖐𝖆❣️
    14 सितम्बर 2024
    nice😊👏👍
  • author
    29 जुलाई 2024
    बहुत ही खूबसूरत रचना है आपकी
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    Ek Raahgir ...✍️
    29 जुलाई 2024
    Wah bahut sunder panktiyan 👌👌👌👍🥀🌼🥀🌻🥀🌼🥀🌻🥀🌼🥀🌻🥀🌼🥀🌻🥀🌼🥀🌻🥀🌼🥀🌻🥀
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    🦋𝕬𝖓𝖆𝖒𝖎𝖐𝖆❣️
    14 सितम्बर 2024
    nice😊👏👍
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    29 जुलाई 2024
    बहुत ही खूबसूरत रचना है आपकी