pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

मारिया शेख

4.9
40

प्रिय मारिया..             मैं नहीं जानती ..तुम इस दुनियां में हो या नहीं हो..बस इतना जानती हूँ कि अभी भी यादोँ में बाकी हो..याददाश्त का जाना सब ऊपर वाले के हाथ है....यहाँ की पूरा का पूरा इंसान चला ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
लेखिका अंजू

लोगों का तो पता नहीं,but I'm very proud of Diya Aaru,अपने सारे सपने पूरे करो,जो बनना चाहते हो बनो,मैं तुम्हारे साथ हूँ and I love u diya aaru 🥰

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ruks Siddiqui
    20 अक्टूबर 2020
    बहुत सुंदर लिखा ,आपने। कुछ ऐसे फ़्रेंड होते है ,जो हमारी यादों से नही जाते, और ढूढने से मिलते भी नही ।
  • author
    Ram Binod Kumar
    20 अक्टूबर 2020
    आप अपने दोस्त से जल्दी मिलें , मेरी यही कामना है।🕉️🌞🌺✍️📒💫🙏
  • author
    pawan sharma
    20 अक्टूबर 2020
    बहुत ही सुन्दर लिखा है आपने अंजू जी 👌👌👌👌👌
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ruks Siddiqui
    20 अक्टूबर 2020
    बहुत सुंदर लिखा ,आपने। कुछ ऐसे फ़्रेंड होते है ,जो हमारी यादों से नही जाते, और ढूढने से मिलते भी नही ।
  • author
    Ram Binod Kumar
    20 अक्टूबर 2020
    आप अपने दोस्त से जल्दी मिलें , मेरी यही कामना है।🕉️🌞🌺✍️📒💫🙏
  • author
    pawan sharma
    20 अक्टूबर 2020
    बहुत ही सुन्दर लिखा है आपने अंजू जी 👌👌👌👌👌