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मंत्र ( मुंशी प्रेमचंद )

4.7
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साँप का मंत्र और डॉक्टर चड्ढा की कहानी

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लेखक के बारे में
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Ram
समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    jeetu gautam
    15 செப்டம்பர் 2018
    आँखों से कब अश्क बह जाते हैं पता ही नहीं चलता ....इस मंत्र कहानी में दिलों को छू जाने वाली वो बात है । काश मुझे आज मुंशी प्रेमचंद जी कहीं मिल जातेतो उनके चरणों को स्पर्श करके बस इतना पूछता कि आप कैसे लिख देते हो इतनी बेहतरीन कहानियाँ।
  • author
    20 மார்ச் 2018
    Bhai purani yaaden taaza ho gayi Bahit pahle padhi thi pr aaj b waisi ki waisi hi h
  • author
    Sharadpurnima Gupta
    14 மே 2019
    मुंशी प्रेम चन्द की कथाओं की समीक्षा लिख सके इतनी औकात नही. विनम्र पाठक ही रहेंगे। सादर......
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    jeetu gautam
    15 செப்டம்பர் 2018
    आँखों से कब अश्क बह जाते हैं पता ही नहीं चलता ....इस मंत्र कहानी में दिलों को छू जाने वाली वो बात है । काश मुझे आज मुंशी प्रेमचंद जी कहीं मिल जातेतो उनके चरणों को स्पर्श करके बस इतना पूछता कि आप कैसे लिख देते हो इतनी बेहतरीन कहानियाँ।
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    20 மார்ச் 2018
    Bhai purani yaaden taaza ho gayi Bahit pahle padhi thi pr aaj b waisi ki waisi hi h
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    Sharadpurnima Gupta
    14 மே 2019
    मुंशी प्रेम चन्द की कथाओं की समीक्षा लिख सके इतनी औकात नही. विनम्र पाठक ही रहेंगे। सादर......