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मैनिकिन कभी कुछ नहीं बोलती

4.3
17298

झिलमिलाती साडी पहने मैनिकिन के सामने पोछा रोककर सावित्री खड़ी हो गई |'बड़ी - बड़ी आँखें ,लाल ओठ और गोरी - गोरी बाँहें कितनी सुन्दर लग रही हैं ; उस पर यह झिलमिल करती लाल रंग की साडी !!!! और भी सुन्दर लग ...

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लेखक के बारे में

शिक्षा – एम्.ए. ( हिन्दी ) सम्प्रति – कंटेंट एडिटर, प्रतिलिपि कॉमिक्स प्रकाशित पुस्तकें – तिराहा,बेगम हज़रत महल (उपन्यास ) अनतर्मन के द्वीप, पॉर्न स्टार और अन्य कहानियां – कहानी संग्रह कई कवितायें ,कहानियाँ एवं लेख पत्र - पत्रिकाओं और कई ब्लॉग्स पर प्रकाशित।

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Surendra Bamniya
    01 सितम्बर 2017
    कथनी ओर करनी मे बहुत फर्क होता... बेटी बोलकर ईज्जत नोचने को तैयार... और वो युवा ओर उस जैसे अनेको अपनी बहन और माँ को गालीया खिलाते हैं।
  • author
    Vibha Patel
    31 जुलाई 2017
    bohot badiya ..kahani
  • author
    bhoorelal mishra
    16 अगस्त 2020
    अच्छा प्रयास .... mainikin के नाम के अनुरूप कहानी का विस्तार और निर्वहन बड़ी सहजता एवम् सरलता से हुआ ..... कोटा सा दिल छोटी सी आशा के चलते .... नए अच्छे कपड़े कुछ पगार ज्यादा पाने का लोभ .... वो ये काम करने को सहर्ष तैयार .... लेकिन ब्रेस्ट का अंधेरे में दबाया जाना..... दर्द की अंतिम सीमा तक .... झन्नातेदार झापड़ .... सही प्रतिक्रिया .... मैनेजर और मालिक फिर अपनी गंदी मानसिकता का ही उजागर करना ... इस भारतजगत गुरु जैसे देश में ही सौ में से ९०से ९५ प्रतिसत लोग मिलेंगे ही मिलेंगे !!!
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    Surendra Bamniya
    01 सितम्बर 2017
    कथनी ओर करनी मे बहुत फर्क होता... बेटी बोलकर ईज्जत नोचने को तैयार... और वो युवा ओर उस जैसे अनेको अपनी बहन और माँ को गालीया खिलाते हैं।
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    Vibha Patel
    31 जुलाई 2017
    bohot badiya ..kahani
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    bhoorelal mishra
    16 अगस्त 2020
    अच्छा प्रयास .... mainikin के नाम के अनुरूप कहानी का विस्तार और निर्वहन बड़ी सहजता एवम् सरलता से हुआ ..... कोटा सा दिल छोटी सी आशा के चलते .... नए अच्छे कपड़े कुछ पगार ज्यादा पाने का लोभ .... वो ये काम करने को सहर्ष तैयार .... लेकिन ब्रेस्ट का अंधेरे में दबाया जाना..... दर्द की अंतिम सीमा तक .... झन्नातेदार झापड़ .... सही प्रतिक्रिया .... मैनेजर और मालिक फिर अपनी गंदी मानसिकता का ही उजागर करना ... इस भारतजगत गुरु जैसे देश में ही सौ में से ९०से ९५ प्रतिसत लोग मिलेंगे ही मिलेंगे !!!