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मैंगो जूस, चिक्कू और बुढ़िया

4.6
1229

गर्मी का मौसम थाI चिक्कू अपने स्कूल से लौट रहा थाI गर्मी बहुत थी और उसका गला सूख रहा थाI सामने एक मैंगो जूस केंद्र नज़र आयाI जेब टटोलकर देखा तो याद आया माँ ने सुबह आशीर्वाद में बीस रुपये दिए थेI वह ...

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लेखक के बारे में
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दीपक जी सूरज

एक लेखक के ज़िन्दगी में शब्दों के सिवा और कोई कारगर माध्यम नहीं होता अपने मन के असीम विचारों को संसार में लाने का अर्थात वह विचारों को शब्दों में पंक्तिबद्ध करके नए कहानियों को सृजित करता है साथ हीं वर्तमान में घटित घटनाओं को अप्रत्यक्ष तरीके से समाज में प्रस्तुत करता हैi एक लेखक होना एक गौरव है तो इसमें ज़िम्मेदारियाँ भी हैं i मुंशी प्रेमचंद की कहानियों में सर्वाधिक रूचि हैi और जीवन से जुड़ी कहानियों को लिखना मुझे अच्छा लगता हैi प्रतिलिपि संस्था और पाठकगण के प्यार से मुझे एक नई पहचान मिली है I आप सभी ऐसे हीं प्रोत्साहित करते रहेंI किसी भी प्रकार की व्यक्तिगत टिप्पणी निषेध हैI

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Shweta88888ū87 Bhatia
    28 जून 2020
    sunder aur prerak kahani
  • author
    Mehak Singh
    27 सितम्बर 2020
    acche Sanskar
  • author
    REKHA CHAUHAN
    16 अगस्त 2020
    very nice story
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  • author
    Shweta88888ū87 Bhatia
    28 जून 2020
    sunder aur prerak kahani
  • author
    Mehak Singh
    27 सितम्बर 2020
    acche Sanskar
  • author
    REKHA CHAUHAN
    16 अगस्त 2020
    very nice story