pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

मानस का राजहंस

5
28

🌹 मानस का राजहंस 🌹 ✒ ओ मानस के राजहंस तुम फिर बैठो इस गादी पर ।। ✒भारत की ले विजय पताका,फिर भू-मंडल पर फहराओ ।    जन-गण-मन की धूम मचे,फिर ऐसा अलख जगा आओ ।    सत्य-अहिंसा की वाणी हो , हर जन मानस की ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Harihardutt Shukla

मित्रों रचनाओं को पढ़ने के बाद अपनी प्रतिक्रिया जरूर देवें , चाहे वह आलोचना या नकारात्मक ही क्यों न हो ।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    04 अक्टूबर 2019
    वाह जी वाह..... अति सुन्दर ..उत्तम काव्य सृजन है 👌👌👌 ...उम्मीद है आपकी आशाएँ अब सुदिक् प्रस्थित हैं |
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    04 अक्टूबर 2019
    वाह जी वाह..... अति सुन्दर ..उत्तम काव्य सृजन है 👌👌👌 ...उम्मीद है आपकी आशाएँ अब सुदिक् प्रस्थित हैं |