pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

मजबूरी

5
104

सालों बाद वो दिखी। उसे अनदेखा करना चाहा लेकिन तब तक उसने भी मुझे देख लिया था। करीब आई और कहा, " मेरी मजबूरी थी, तुम समझ सकते हो न "। मैंने मुस्कुरा दिया और कहा, " हां, शादी में झुमके, सजावट और ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Anjan
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ptr ptr,,,,mastmola 😁 *.*BUNnY( ) 😄
    31 मे 2021
    so sad ,,,,,,,,keep it up 👌👌👌👌👌
  • author
    🇮🇳आज़ाद🇮🇳
    26 ऑगस्ट 2021
    क्या कटाक्ष है।
  • author
    Kamal Kamini
    22 मे 2021
    अच्छी रचना
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ptr ptr,,,,mastmola 😁 *.*BUNnY( ) 😄
    31 मे 2021
    so sad ,,,,,,,,keep it up 👌👌👌👌👌
  • author
    🇮🇳आज़ाद🇮🇳
    26 ऑगस्ट 2021
    क्या कटाक्ष है।
  • author
    Kamal Kamini
    22 मे 2021
    अच्छी रचना