मैं कोई लेखक नहीं किंतु मन में , अनेक प्रशन आते हैं । समाज में हो रहे बदलाव को देखते हुए, कलम उठाने का मन करता है। मन के भावों को शब्दों में पिरोने का प्रयास मात्र है।
सारांश
मैं कोई लेखक नहीं किंतु मन में , अनेक प्रशन आते हैं । समाज में हो रहे बदलाव को देखते हुए, कलम उठाने का मन करता है। मन के भावों को शब्दों में पिरोने का प्रयास मात्र है।
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या