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मैंने करवट बदल के देखा है...

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मैंने करवट बदल के देखा है... याद तुम उस तरफ भी आते हो.... जब निंद नहीं आती मुझे... तुम मेरे सर को सहलाते हो ... तुम मेरे कानो में भी कभी गुनगुनते हो... हाले दिल कभी नहीं जताता  किसी से... ना जाने ...

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लेखक के बारे में
author
Mihir

writing... speechless

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    प्रियंका ठाकुर
    15 मई 2023
    beautiful lines 👌👌👌👌👌
  • author
    𝚨𝒌ѕ𝒉𝜶ⅴᎥ
    15 मई 2023
    very nice 🙂
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    प्रियंका ठाकुर
    15 मई 2023
    beautiful lines 👌👌👌👌👌
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    𝚨𝒌ѕ𝒉𝜶ⅴᎥ
    15 मई 2023
    very nice 🙂