pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

मैं प्यारी सी ---

5
30

मैं पवन हूं, मैं गोरैया, में पेड़ों की डाली, डाली की पत्ती मैं हूं, मैं  कोयल मतवाली, में हूं चिडिया , जहँ चाहूं वहां हूं उड़ती, कभी नभ में, कभी धरा पे, कभी नदियों के नाव में मिलती, ओस हूं ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Nidhi Sehgal

अपने सपनो को लिखना

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    13 जून 2020
    शानदार एक नारी के सभी रूपों को बयां करती बहुत सुन्दर रचना 👌👌👌👌👍👍👍
  • author
    Prakash Verma
    13 जून 2020
    नारी तुम सम्पूर्ण हो
  • author
    Data Ram "Bhattigain"
    13 जून 2020
    शानदार अभिव्यक्ति।
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    13 जून 2020
    शानदार एक नारी के सभी रूपों को बयां करती बहुत सुन्दर रचना 👌👌👌👌👍👍👍
  • author
    Prakash Verma
    13 जून 2020
    नारी तुम सम्पूर्ण हो
  • author
    Data Ram "Bhattigain"
    13 जून 2020
    शानदार अभिव्यक्ति।