pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

मैं कोई खिलौना नही हूँ!

5
37

मैं कोई खिलौना नही हूँ,                                जब चाहा तूने खेला, फिर खेल के तूने तोड़ दिया,                               मेरे दिल के टुकड़ों को, न सहेजा न संजोया , ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

अपने शब्दों को सरल भाव से कविता के माध्यम से अपने मन के विचारों को कागज़ पर उकेरना ,बांकी सब काम पेट के लिए ये अपने शौक के लिए।।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Nidhi Patoliya
    13 जून 2020
    my life my rules☺️
  • author
    Mamta Jha "आपकी मनु"
    13 जून 2020
    kya baat👌👌👌
  • author
    Mrs Patil
    13 जून 2020
    बेहतरीन अभिव्यक्ती
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Nidhi Patoliya
    13 जून 2020
    my life my rules☺️
  • author
    Mamta Jha "आपकी मनु"
    13 जून 2020
    kya baat👌👌👌
  • author
    Mrs Patil
    13 जून 2020
    बेहतरीन अभिव्यक्ती