आज फिर वही सपना। वो उसकी ज़िंदगी से तो जा चुकी थी पर उसके ख्वाबों में आज भी मौजूद थी। मानो कल की ही बात हो जब वो उसकी दुकान पर पहली बार आई थी। 'एक सूट दिखाना' और देखता ही रह गया था राजन उसे। 'एक ...
आज फिर वही सपना। वो उसकी ज़िंदगी से तो जा चुकी थी पर उसके ख्वाबों में आज भी मौजूद थी। मानो कल की ही बात हो जब वो उसकी दुकान पर पहली बार आई थी। 'एक सूट दिखाना' और देखता ही रह गया था राजन उसे। 'एक ...