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मैं इश्क़ लिखूं तुझे हो जाए

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चल आ एक ऐसी नज़्म कहूं , जो लफ्ज़ कहूं ,वो हो जाए, बस अश्क कहूं तो एक आंसुं, तेरे गोरे गाल को धो जाए, मैं आ लिखूं, तू आ जाए, मैं बैठ लिखूं , तू आ बैठे, मेरी गोद में सर रखे तू, मैं नींद कहूं तो से ...