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हिन्दी

मैं और वो मौहल्ला

3.6
2454

पहली बार मैं और मेरा भाई दूकान का माल लेने इस शहर की थोक मार्किट में आऐ थे, सुना था कि यहाँ माल बढ़िया और सही दाम में मिल जाता है, पर यहां पहुचनें पर पता चला कि मंगलवार को थोक बाजार बंद रहता है, ...

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लेखक के बारे में

हरदीप सबरवाल पंजाबी यूनीवर्सिटी से सनातकोत्तर है, उनकी रचनाऐं विभिन्न ऑनलाइन और प्रिंट पत्रिकाओं में जैसे The Larcenist , Zaira Journal, The Writers Drawer, Quail Bells, NY Literary Magazine, Literary Yard, Alive, जनकृति इंटरनैशनल मैगजीन दिल्ली पत्रिका, और कुछ समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई है. २०१४ में उनकी कविता HIV Positive को Yoalfaaz best poetry competition में प्रथम स्थान मिला। 2015 में उनकी कविता The Third Desire इस प्रतियोगिता में द्वितीय आई। दिसम्बर 2015 में उनकी कविता The Refugee's Roots को The Writers Drawer International poetry contest में दूसरा स्थान मिला. हिन्दी में उनकी कविताओं पायट्री सोसाईटी आफ इडिंया के काव्य संग्रह अमलताश के शतदल (2015 की सर्वश्रेष्ठ कविताऐं) में प्रकाशित हुई , जून 2016 मे उनकी कहानी "The Swing" ने The Writers Drawer short story contest 2016 में तीसरा स्थान जीता . पायट्री सोसाईटी अाफ इंडिया के काव्य संग्रह 'ढाई आखर प्रेम' में भी उनकी कविताऐं प्रकाशित हुई. अमेरिका की The Circus of Indie Artist ( Anthology of poems and Short stories) में भी इनकी रचनाऐं प्रकाशित हुई.

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Anjana Savi
    25 अगस्त 2021
    समय रहते सचेत होना ही समझदारी है सुरक्षित संदेश...
  • author
    BRIJ BHOOSHAN KHARE
    07 मई 2018
    लेखनी का प्रयास निश्चित रूप से सराहनीय है.
  • author
    Harjinder kaur
    30 जुलाई 2017
    Seedhe dil ko chhuti rachna
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  • author
    Anjana Savi
    25 अगस्त 2021
    समय रहते सचेत होना ही समझदारी है सुरक्षित संदेश...
  • author
    BRIJ BHOOSHAN KHARE
    07 मई 2018
    लेखनी का प्रयास निश्चित रूप से सराहनीय है.
  • author
    Harjinder kaur
    30 जुलाई 2017
    Seedhe dil ko chhuti rachna