महान कवि कालिदास का नाम जग विश्रुत है। उन्हें संस्कृत साहित्य के प्रथम कवि का दर्जा प्राप़्त है। किंवदंती है कि कालिदास एक मूर्ख व्यक्ति थे । उनका विवाह एक बहुत ही विद्वान राजकुमारी ...
आप ने शायद कही से ये पढकर लिखा ।या आपका बिषय ज्ञान.है.।मै ये जानना चाहँती हू ।
रामायण की रचना बाल्मीकि जी ने की थी ।और उनके मुख से ही प्रथम श्लोक निकला था जब पक्षियो को ,बहेलिये से मरते देखा ।ब्रहमा जी के वरदान से रामायण महाकाव्य की रचना बाल्मीकि जी ने की ।शुरू मे ठीक लिखा आपने लेकिन बाद मे ये गलत लिख दिया है ।क्षमा करे मेरा बिषय संस्कृत ही है ।तो आपको अवगत कराना जरूरी लगा ।🙏🙏
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बहुत सुंदर प्रस्तुति कालिदास के जीवन पर बहुत दिनों बाद कुछ अलग सा पढ़ने को मिला बहुत अच्छा लगा बहुत प्रेरणादायक कहानी
हिंदी संस्कृत का मिलाजुला वक्तव्य बहुत अच्छा लगा
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