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मदद कभी मदद का मोहताज नहीं होता

4.5
1844

रामध्यान पंडित और लाला संजय में काफी गहरी मित्रता थी।इसका वजह बस यही था कि कभी पंडित जी को अचानक कुछ रुपयों की आवश्यकता पड़ गयी थी तब लाला जी ने उन्हें मदद किया था।अब तो पंडित जी के लिये लाला जी ...

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लेखक के बारे में
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Narottam Mishra Aira

कहानी एवम् कविता लेखन और पठन में अभिरुचि।

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    INQUILAB POETRY "Aryan"
    23 मई 2018
    mera ek 15August ke lye bhashan .......
  • author
    Hoorkhan Huro
    07 मार्च 2021
    लोग मदद करके एहसान जताने लगते हैं कभी कभी हमारी सही बात को भी गलत तरीके से बीच में ही से काट दिया करते है
  • author
    मनीष यादव "MANI"
    02 अक्टूबर 2018
    बेहद सधी हुई भाषा मे सुन्दर संदेश देती हुई कहानी।श्रेष्ठ रचना ।
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    INQUILAB POETRY "Aryan"
    23 मई 2018
    mera ek 15August ke lye bhashan .......
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    Hoorkhan Huro
    07 मार्च 2021
    लोग मदद करके एहसान जताने लगते हैं कभी कभी हमारी सही बात को भी गलत तरीके से बीच में ही से काट दिया करते है
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    मनीष यादव "MANI"
    02 अक्टूबर 2018
    बेहद सधी हुई भाषा मे सुन्दर संदेश देती हुई कहानी।श्रेष्ठ रचना ।