बचपन से ही लड़कियों की परवरिश और सोच-विचार
हमेंशा एक दायरे तक सीमित रहता है ।।
और इस दायरे से बाहर निकलते ही उन्हें
अनचाहे सवालों के जवाब और समाज की गिद्ध जैसी नजरों का सामना
करना पड़ता है ।।
और इस भावना से ग्रस्त लड़कियाँ कोई भी नया कार्य प्रारंभ करने से पहले अपने आसपास के माहौल को ध्यान में रख कर ही हर फैसला करती है ।।
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
बचपन से ही लड़कियों की परवरिश और सोच-विचार
हमेंशा एक दायरे तक सीमित रहता है ।।
और इस दायरे से बाहर निकलते ही उन्हें
अनचाहे सवालों के जवाब और समाज की गिद्ध जैसी नजरों का सामना
करना पड़ता है ।।
और इस भावना से ग्रस्त लड़कियाँ कोई भी नया कार्य प्रारंभ करने से पहले अपने आसपास के माहौल को ध्यान में रख कर ही हर फैसला करती है ।।
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या