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मायरा एन इंडिपेंडेंट गर्ल

4.2
18668

मायरा एक ऐसी लड़की है जो आज के जमाने की है जो किसी के साथ बंध कर नहीं रहना चाहती वह अपनी लाइफ को अपने शर्तों पर जीती है

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लेखक के बारे में
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सूरज अहलादे

मुझे इतना प्यार और स्नेह देने के लिए धन्यवाद !

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Navneet Kaur
    03 मई 2021
    बचपन से ही लड़कियों की परवरिश और सोच-विचार हमेंशा एक दायरे तक सीमित रहता है ।। और इस दायरे से बाहर निकलते ही उन्हें अनचाहे सवालों के जवाब और समाज की गिद्ध जैसी नजरों का सामना करना पड़ता है ।। और इस भावना से ग्रस्त लड़कियाँ कोई भी नया कार्य प्रारंभ करने से पहले अपने आसपास के माहौल को ध्यान में रख कर ही हर फैसला करती है ।।
  • author
    Harendra Pandey
    02 नवम्बर 2019
    Wow, Maja aa gaya
  • author
    Yogeshkumar Agrawal
    11 मई 2021
    कहानी अच्छी है,पुरुषप्रधान समाजकी वजहसे लड़कियोंको एक दायरेमें रहना पड़ता हे।दबकर,ढककर रहना पड़ता हे,यही बात इस कहानीमें बताइ हो।
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    Navneet Kaur
    03 मई 2021
    बचपन से ही लड़कियों की परवरिश और सोच-विचार हमेंशा एक दायरे तक सीमित रहता है ।। और इस दायरे से बाहर निकलते ही उन्हें अनचाहे सवालों के जवाब और समाज की गिद्ध जैसी नजरों का सामना करना पड़ता है ।। और इस भावना से ग्रस्त लड़कियाँ कोई भी नया कार्य प्रारंभ करने से पहले अपने आसपास के माहौल को ध्यान में रख कर ही हर फैसला करती है ।।
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    Harendra Pandey
    02 नवम्बर 2019
    Wow, Maja aa gaya
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    Yogeshkumar Agrawal
    11 मई 2021
    कहानी अच्छी है,पुरुषप्रधान समाजकी वजहसे लड़कियोंको एक दायरेमें रहना पड़ता हे।दबकर,ढककर रहना पड़ता हे,यही बात इस कहानीमें बताइ हो।