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माफ़ी चाहता हूँ #ओवुमनिया

4.7
388

मैं मर्द हूँ, संवेदनहीन हूँ, ये मेरे लिए कठिन है, फिर भी मैं तुमसे माफ़ी चाहता हूँ। इन सैकड़ो नज़रों के सामने जो तुम्हें घूरती हैं देर तलक, इन सबके सामने जो तुम्हें पाने की रखते हैं ललक, मैं तुमसे माफ़ी ...

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लेखक के बारे में
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Rishabh Goel
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Anjali Joshi
    18 सितम्बर 2020
    waah👌
  • author
    Niharika Karan
    15 अगस्त 2016
    बहुत खूब । एक अलग ही रचना । Simply Wow..
  • author
    Ganesh Goel
    18 अगस्त 2016
    बहुत अच्छी कविता है
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  • author
    Anjali Joshi
    18 सितम्बर 2020
    waah👌
  • author
    Niharika Karan
    15 अगस्त 2016
    बहुत खूब । एक अलग ही रचना । Simply Wow..
  • author
    Ganesh Goel
    18 अगस्त 2016
    बहुत अच्छी कविता है