किर्तन में मेरे आई रे मेरी मात कालका रानी,,,,, किर्तन को सफल बनाई रे मेरी मात कालका रानी...... कलकत्ते से काली आईं,,,,,, त्रिकूट से वैष्णों रानी आईं हिमगिरि से पैदल आई रे मेरी मात कालका ...
सब कुछ कुर्बान कर दूँ उस नजर पर ..... हाये!!!सब कुछ कुर्बान कर दूँ उस नजर पर .....जिस नजर से आपने मुझे देखा .... और मैं आपकी हो गई ..... कृपया रचनायें और समीक्षा तक सीमित रहें तभी फॉलो करें बाक्स संदेश के खिलाफ हूँ 🙏🙏🌹🌹आई लव माई डियरेस्ट हसबैंड 🙏🙏
सारांश
सब कुछ कुर्बान कर दूँ उस नजर पर ..... हाये!!!सब कुछ कुर्बान कर दूँ उस नजर पर .....जिस नजर से आपने मुझे देखा .... और मैं आपकी हो गई ..... कृपया रचनायें और समीक्षा तक सीमित रहें तभी फॉलो करें बाक्स संदेश के खिलाफ हूँ 🙏🙏🌹🌹आई लव माई डियरेस्ट हसबैंड 🙏🙏
रिपोर्ट की समस्या
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