मैं कोई लेखिका नहीं हूं। लाकडाउन में कुछ लिखने लगी थी तभी से इस मंच से जुड़ गई । मेरी रचनाएं पढ़ें और सम्मानित समीक्षा से नवाजें। मैं एक खोजी प्रवृत्ति की इंसान हूँ, खुद को जानना चाहती हूँ,इसलिए ध्यान करती हुई जीवन जी रही हूँ। अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा से स्नातक और बीएड किया है। इसके बाद घर और परिवार में रमना पड़ा। बच्चों के बड़े होने पर अब समय निकाल कर कुछ लिखना और पढ़ना शुरू किया है। मेरी रचना शापित संतान तेजस के लिए मेरा बेटा कहता है,"मां, तुम्हारे एक नहीं दो बेटे हैं। एक मैं और दूसरा तेजस जिसे तुमने एक साल में एन डी ए में पहुंचा दिया है।"
आप सबसे विनम्र निवेदन है कृपया शापित संतान तेजस को पढ़ें और सब्सक्राइब करें।
किसी को कभी कोई कष्ट ना हो, सभी स्वयं को जाने,ध्यान करें, स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन जीते हुए परमात्मा के कार्य करें।
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या