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प्यार - आज भी है !

4.6
20342

डेविड के चले जाने के बाद बहुत अकेली हो चुकी थी मैं ,, वक्त जैसे थम सा गया था उससे मुझे इतनी मोहब्बत थी की उसके चले जाने के बाद भी मैंने उसे हमेशा अपने आस पास महसूस किया था ,, उसका अनछुआ अहसास आज ...

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लेखक के बारे में

मैं कोई Writer नही बल्कि एक चोर हूं , जो लोगो का समय चुराती है !!

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    सौरभ दबंग
    17 November 2018
    notification aaya tha jb open kiya to dekha प्यार आज भी है by संजना कि........ फिर पढ़ा बहुत अच्छा लगा वैसे तो आपकी कहानिया छोटी नही होती मगर ये बहुत ही अच्छा क्योंकि कुछ अच्छा सीखने को मिला जो कई लोग जवानी में गलतियां करते है माँ बाप के बारे में बिना सोचे और जो कल मिले उनके लिए मर जायेंगे तो ये करदेंगे कुछ भी मगर माँ बाप से ज्यादा प्यार अपने बच्चों को कोई नही कर पायेगा
  • author
    अखिलेश जिनवाल
    17 November 2018
    अच्छी कहानी है लेखिका के शब्द काबिले तारीफ है कि प्यार का कही कोई न अंत है ना शुरुआत । यह कही भी कभी भी किसी से भी शुरू हो सकता है । सलाम ।
  • author
    neeraj tomar "सिंहम्"
    17 November 2018
    अति संवेदनापूर्ण अभिव्यक्ति संजना जी,आपके लेखन से प्रतीत होता है कि प्रेम कहानियों पर आपकी पकड़ काबिले तारीफ है।
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    सौरभ दबंग
    17 November 2018
    notification aaya tha jb open kiya to dekha प्यार आज भी है by संजना कि........ फिर पढ़ा बहुत अच्छा लगा वैसे तो आपकी कहानिया छोटी नही होती मगर ये बहुत ही अच्छा क्योंकि कुछ अच्छा सीखने को मिला जो कई लोग जवानी में गलतियां करते है माँ बाप के बारे में बिना सोचे और जो कल मिले उनके लिए मर जायेंगे तो ये करदेंगे कुछ भी मगर माँ बाप से ज्यादा प्यार अपने बच्चों को कोई नही कर पायेगा
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    अखिलेश जिनवाल
    17 November 2018
    अच्छी कहानी है लेखिका के शब्द काबिले तारीफ है कि प्यार का कही कोई न अंत है ना शुरुआत । यह कही भी कभी भी किसी से भी शुरू हो सकता है । सलाम ।
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    neeraj tomar "सिंहम्"
    17 November 2018
    अति संवेदनापूर्ण अभिव्यक्ति संजना जी,आपके लेखन से प्रतीत होता है कि प्रेम कहानियों पर आपकी पकड़ काबिले तारीफ है।