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मेरी याद

3.8
331

तुम्हे सच मे नही आती शायद अब मेरी याद........ या अब जरूरत ही नही रही मैं तुम्हारी सांसों की तुम्हारी धड़कनों की तुम्हारी मुस्कुराहट की तुम्हारी खामोशी की तुम्हारे दिल की याद है...... तुमने ही ...

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लेखक के बारे में
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Dr. Barkha Saxena

Mansi Ek prem katha

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Wellness coach Avadhut
    11 जनवरी 2025
    khubsurat
  • author
    06 फ़रवरी 2020
    बहुत खूब
  • author
    anita gangwaria
    13 दिसम्बर 2019
    heart touching poem
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    Wellness coach Avadhut
    11 जनवरी 2025
    khubsurat
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    06 फ़रवरी 2020
    बहुत खूब
  • author
    anita gangwaria
    13 दिसम्बर 2019
    heart touching poem