ये एक उदास नमीं भरा दिन था. आसमान में हलकी बदरी थी. हवा बिलकुल भी नहीं चल रही थी. मैं और शुभम क्लास बंक करके डिपार्टमेंट के पीछे वाले पार्क में बैठे इनसाइट्स की एसटी सॉल्व कर रहे थे. थोड़ी देर में ...
ये एक उदास नमीं भरा दिन था. आसमान में हलकी बदरी थी. हवा बिलकुल भी नहीं चल रही थी. मैं और शुभम क्लास बंक करके डिपार्टमेंट के पीछे वाले पार्क में बैठे इनसाइट्स की एसटी सॉल्व कर रहे थे. थोड़ी देर में ...