कमरे की खिड़कियां अच्छी से बंद कर दी थी फिर भी जोरों से लाउडस्पीकर की ध्वनि सुनाई दे रही थी....समझ ही नहीं आ रहा था कि क्या बज रहा है..... जैसे पहले रेडियो पर प्रसारित कार्यक्रम आपस में जुगलबंदी ...
कमरे की खिड़कियां अच्छी से बंद कर दी थी फिर भी जोरों से लाउडस्पीकर की ध्वनि सुनाई दे रही थी....समझ ही नहीं आ रहा था कि क्या बज रहा है..... जैसे पहले रेडियो पर प्रसारित कार्यक्रम आपस में जुगलबंदी ...