pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

लोभ कहता पहले हम

3.6
2454

सुख की ऐसी कोई शर्त नहीं होती, हाँ लोभ की जरूर होती है ! लोभ कहता है पहले हम तब संसार !! पर सच तो यही है कि ऐसे लोग फिर भी सुखी नहीं रह पाते और सुख पाने व झपटने की कोशिश मे वो अपना एक-एक पल का सुख खो देते हैं । एक क्षण होता है जब ब्यक्ति सोचता है कि - मंजिल पर पहुँच जाऊँ तो मेरे सारे सपने- पुरे हो जाएं ! पर मंजिल पर पहुंचते हीं इतना अभिमान मे चूर हो जाता है कि- उसके सारे सपने बदले की ख्वाहिश और श्रेष्ठ बनने के चक्कर मे टुटने लगते हैं ! ऐसे मे वो सदैव मानसिक असंतुलन की स्थिति से गुजंरते रहता है ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ekta Bhatt "Miss crazy 🧚‍♀️"
    05 मई 2023
    sahi hai👌
  • author
    prem kumar
    01 सितम्बर 2022
    अच्छी सोच
  • author
    Rajesh Kumar
    02 मार्च 2018
    best apps
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ekta Bhatt "Miss crazy 🧚‍♀️"
    05 मई 2023
    sahi hai👌
  • author
    prem kumar
    01 सितम्बर 2022
    अच्छी सोच
  • author
    Rajesh Kumar
    02 मार्च 2018
    best apps