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लोभ कहता पहले हम

3.6
2510

सुख की ऐसी कोई शर्त नहीं होती, हाँ लोभ की जरूर होती है ! लोभ कहता है पहले हम तब संसार !! पर सच तो यही है कि ऐसे लोग फिर भी सुखी नहीं रह पाते और सुख पाने व झपटने की कोशिश मे वो अपना एक-एक पल का सुख खो देते हैं । एक क्षण होता है जब ब्यक्ति सोचता है कि - मंजिल पर पहुँच जाऊँ तो मेरे सारे सपने- पुरे हो जाएं ! पर मंजिल पर पहुंचते हीं इतना अभिमान मे चूर हो जाता है कि- उसके सारे सपने बदले की ख्वाहिश और श्रेष्ठ बनने के चक्कर मे टुटने लगते हैं ! ऐसे मे वो सदैव मानसिक असंतुलन की स्थिति से गुजंरते रहता है ...

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समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ekta Bhatt "Miss crazy 🧚‍♀️"
    05 मई 2023
    sahi hai👌
  • author
    prem kumar
    01 सितम्बर 2022
    अच्छी सोच
  • author
    Rajesh Kumar
    02 मार्च 2018
    best apps
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    Ekta Bhatt "Miss crazy 🧚‍♀️"
    05 मई 2023
    sahi hai👌
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    prem kumar
    01 सितम्बर 2022
    अच्छी सोच
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    Rajesh Kumar
    02 मार्च 2018
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