लेखन आज लिखने की सीमाओं पर सोचता हूँ तो लेखन का दायरा बहुत सिमटता नजर आने लगता है। समाज और समाज के परिवेश की कमियों को प्रस्तुत कर समाज में सुधार लाने की कोशिश करना लेखन का दायित्व भी होता है ...
जिंदगी अनेक रंगो की एक खूबसूरत रंगोली है, हर रंग को जिए, इसे बदरंग न होने दे..
1 धुंधली रेखा 2. 1922 भास्कर की प्रभा 3. कालचक्र और 4. तृप्ति। मेरे इन धारावाहिक को पढ़ कर और अपनी अनमोल समीक्षा दे कर मुझको अनुगृहीत करने का कष्ट करें 🙏🙏
सारांश
जिंदगी अनेक रंगो की एक खूबसूरत रंगोली है, हर रंग को जिए, इसे बदरंग न होने दे..
1 धुंधली रेखा 2. 1922 भास्कर की प्रभा 3. कालचक्र और 4. तृप्ति। मेरे इन धारावाहिक को पढ़ कर और अपनी अनमोल समीक्षा दे कर मुझको अनुगृहीत करने का कष्ट करें 🙏🙏
आप सही कह रहे हैं मैं भी सहमत हूं इस बात से मैंने भी समाज में फैली बुराइयों को लिखती तो हूं कहानियों में पर मनोरंजन के साथ, ताकी किसी को बुरा भी ना लगे और बात भी लोगों तक पहुंच जाएं, मेरी कहानी तलाश भी उसी को लेकर है,, उसमें भी बहुत सारे मुद्दे उठाए हैं मैंने पर सीधे लिखने से डर लगता है इसलिए घुमा फिरा कर लिख रही हूं,,,
ऊपर से प्रतिलिपि पर लोग पढ़ने की जगह बिना पढ़े कमेंट करते हैं तो और भी गुस्सा आता है, मेरा मन तो बहुत खट्टा हो गया है,,
पर फिर भी लिख तो रही ही हूं,
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
✍️सही लिखा है आपने। लेकिन जिनका खर्च कुछ हद तक लेखन पर निर्भर है, उनके आगे सबसे बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है, कि वो क्या करें..! और पाठक अच्छे भी बहुत है, लेकिन अच्छी रचनाओं को हाईलाइट करने का सिस्टम लगभग खत्म होता जा रहा है। और यही कारण है कि हमारी कुछ बहुत अच्छी रचनाओं पर पाठक बिल्कुल नहीं है, इसलिए उस दिशा में लेखनी स्टॉप हो गई है। और यह एक गंभीर समस्या है..!!
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
आप सही कह रहे हैं मैं भी सहमत हूं इस बात से मैंने भी समाज में फैली बुराइयों को लिखती तो हूं कहानियों में पर मनोरंजन के साथ, ताकी किसी को बुरा भी ना लगे और बात भी लोगों तक पहुंच जाएं, मेरी कहानी तलाश भी उसी को लेकर है,, उसमें भी बहुत सारे मुद्दे उठाए हैं मैंने पर सीधे लिखने से डर लगता है इसलिए घुमा फिरा कर लिख रही हूं,,,
ऊपर से प्रतिलिपि पर लोग पढ़ने की जगह बिना पढ़े कमेंट करते हैं तो और भी गुस्सा आता है, मेरा मन तो बहुत खट्टा हो गया है,,
पर फिर भी लिख तो रही ही हूं,
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
✍️सही लिखा है आपने। लेकिन जिनका खर्च कुछ हद तक लेखन पर निर्भर है, उनके आगे सबसे बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है, कि वो क्या करें..! और पाठक अच्छे भी बहुत है, लेकिन अच्छी रचनाओं को हाईलाइट करने का सिस्टम लगभग खत्म होता जा रहा है। और यही कारण है कि हमारी कुछ बहुत अच्छी रचनाओं पर पाठक बिल्कुल नहीं है, इसलिए उस दिशा में लेखनी स्टॉप हो गई है। और यह एक गंभीर समस्या है..!!
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या