pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

लेखक- डाकू राम सिंह

5
89

कलम की ताकत गाँव का एक सीधा सादा परिवार था मास्टर दीनानाथ जी का और परिवार मे केवल तीन लोग थे। मास्टर जी, उनकी पत्नी और एक बेटा जो अभी छोटा था। मास्टर जी स्कूल जाते तो राम को भी साथ साईकल पर अपने ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

लिख रहा हूँ कि याद रह जाऊँ ऐ मेरे दोस्त चले जाने के बाद। दिल को छू जाए या दिल को लग जाए दोनो परिस्थितियों मे लिखने का मजा आता है। वैसे तो मै बचपन से ही हिंदी मे निबंध लिखता पर उस वक़्त कई बार मुझे अच्छा लिखने के लिए भी टीचर से मार पड़ी क्योकि उन्हें लगता था कि एक 10 साल का बच्चा कैसे इतना अच्छा लिख सकता है पर मै इसलिए अच्छा लिख पाता था क्योंकि रोज हिंदी का न्यूज़ पेपर पढ़ने की आदत पापा को देखकर लग गयी थी। अब जब भी कुछ अच्छा टॉपिक मिल जाता है तो लिख लेता हूँ। [email protected] Whatsapp 9313490197

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Mamta Pattanaik
    06 नवम्बर 2019
    superb,,👍👍👍 nicee story👏👏👏👏🙏🙏🙏🙏
  • author
    Niharika Goswami
    06 नवम्बर 2019
    bahut badhiya kahani👌👌👌👌👌
  • author
    Vipin Maurya
    06 नवम्बर 2019
    बहुत खूब सूरत
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Mamta Pattanaik
    06 नवम्बर 2019
    superb,,👍👍👍 nicee story👏👏👏👏🙏🙏🙏🙏
  • author
    Niharika Goswami
    06 नवम्बर 2019
    bahut badhiya kahani👌👌👌👌👌
  • author
    Vipin Maurya
    06 नवम्बर 2019
    बहुत खूब सूरत