इस कविता का सारांश यह है की अवसरवादी लोग तब तक हम से वास्ता रखते है जब तक उनको हमसे फ़ायदा होता है. और जब हमसे फायदा होना बंद हो जाता है वो हमसे दूरी बना लेते हैं.
मेरा जन्म उत्तर प्रदेश के बहराच जिले में जनवरी 1991 में एक किसान परिवार में हुआ| मै वर्तमान में एक आई. टी. कंपनी में कार्यरत हूं। लेखन मेरा शौक है और लेखक बनने की चाहत मन में है। उसी चाहत को जीने के लिए यहां पर हूं। आशा करता हूं मेरी रचनाएं आपको एक नया नज़रिया देंगी।
सारांश
मेरा जन्म उत्तर प्रदेश के बहराच जिले में जनवरी 1991 में एक किसान परिवार में हुआ| मै वर्तमान में एक आई. टी. कंपनी में कार्यरत हूं। लेखन मेरा शौक है और लेखक बनने की चाहत मन में है। उसी चाहत को जीने के लिए यहां पर हूं। आशा करता हूं मेरी रचनाएं आपको एक नया नज़रिया देंगी।
रिपोर्ट की समस्या
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