इस कविता का सारांश यह है की अवसरवादी लोग तब तक हम से वास्ता रखते है जब तक उनको हमसे फ़ायदा होता है. और जब हमसे फायदा होना बंद हो जाता है वो हमसे दूरी बना लेते हैं.
इस कविता का सारांश यह है की अवसरवादी लोग तब तक हम से वास्ता रखते है जब तक उनको हमसे फ़ायदा होता है. और जब हमसे फायदा होना बंद हो जाता है वो हमसे दूरी बना लेते हैं.