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लौह पथ गामिनी

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लौह पथ गामिनी तुम चल रही हो ! सच्चे मायने में अनेकता में एकता को समेटे खंडित वैचारिकता, तुच्छ आचार संहिता से अभिशप्त मानवता को भी प्राथमिक समीकरण का बोध कराते हुए तुम चल रही हो ! कितनी ...

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लेखक के बारे में

मैं, लाल बिहारी शर्मा " अनंत " मूलतः प्राणी विज्ञान का प्राध्यापक हूं तथा हिन्दी भाषा में कविताएं व कहानियां लिखता हूं। मैं एक ग्रामीण अंचल में पला बढ़ा लेखक हूं। इसीलिए मेरी रचनाएं यथार्थ वादी और प्राकृतिक सौंदर्य लिए हुए होती हैं। मेरी प्रकाशित पुस्तकें - 1. मेरी राह न पूछे कोई ( कविता संग्रह ) 2. अनीता पर्व ( खंड काव्य ) 3. यहां वहां ( कहानी संग्रह ) मेरी चुनिंदा कविताओं का संग्रह "कलश" शीघ्र प्रकाश्य। प्रिय मित्र! अपना प्रेमिल स्नेह मुझ पर बनाए रखिए और अपनी समीक्षाओं से मेरा उत्साहवर्धन भी करते रहिए।🙏 आपका अपना, लाल बिहारी शर्मा "अनंत"

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    07 दिसम्बर 2020
    निशब्द हूं ,बहुत सुंदर रचना ।
  • author
    आर्या
    07 दिसम्बर 2020
    उच्च कोटि की रचना हेतु बधाई।
  • author
    Dr.Aradhana Neekhara
    07 दिसम्बर 2020
    बहुत बढिया रचना । लौह पथ गामिनी ।
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    07 दिसम्बर 2020
    निशब्द हूं ,बहुत सुंदर रचना ।
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    आर्या
    07 दिसम्बर 2020
    उच्च कोटि की रचना हेतु बधाई।
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    Dr.Aradhana Neekhara
    07 दिसम्बर 2020
    बहुत बढिया रचना । लौह पथ गामिनी ।